मैंने जेब से कलहँस की गर्दन निकाली. वो धुली हुई, साफ़-सुथरी थी, एकदम प्यारी लग रही थी, मगर वो अभी कुछ... मैंने जेब से कलहँस की गर्दन निकाली. वो धुली हुई, साफ़-सुथरी थी, एकदम प्यारी लग रह...
"पहले वंश कुँवारा था....पिछले महीने उसकी सास आई थी....। अपनी बेटी की डिलीवरी के लिये...। "पहले वंश कुँवारा था....पिछले महीने उसकी सास आई थी....। अपनी बेटी की डिलीवरी के ...
नैतिक: कुख्याति को अक्सर प्रसिद्धि के लिए गलत माना जाता है। नैतिक: कुख्याति को अक्सर प्रसिद्धि के लिए गलत माना जाता है।
अब नहीं दिखूंगा पर इंतज़ार करना मेरा, सिर्फ तुम्हारा ही कॉफ़ी बीन। अब नहीं दिखूंगा पर इंतज़ार करना मेरा, सिर्फ तुम्हारा ही कॉफ़ी बीन।
लेखक : ऐना स्युअल; अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : ऐना स्युअल; अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
बुरा नहीं सुनेगे जब इनकी जेबें भरी रहेंगी। इंसान हैं बंदर नहीं...। बुरा नहीं सुनेगे जब इनकी जेबें भरी रहेंगी। इंसान हैं बंदर नहीं...।